- केन्द्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय जलागम प्रबन्धन परियोजना (National Watershed Management Project) के क्रियान्वयन को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी जिसके तहत वर्षा के जल का संचय करने, भूमिगत जल के स्तर को सुधारने तथा वर्षा वाले स्थानों पर जल की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करने का खाका तैयार किया गया है।
- विश्व बैंक द्वारा वित्तीय सहायता प्रदत्त इस परियोजना को “नीरांचल नाम से जाना जायेगा।
☑ “नीरांचल” अथवा राष्ट्रीय जलागम प्रबन्धन परियोजना (NWMP) के तहत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMSKY) के जलागम प्रबन्धन (Watershed Management) से जुड़े अवयव को क्रियान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें वर्षा के जल का संचय करने, भूमिगत जल के स्तर को सुधारने तथा जल की उपलब्धता को बेहतर करने का खाका तैयार किया गया है।
✓ इस योजना को देश के नौ राज्यों में क्रियान्वित करना है – आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडीशा, छत्तीसगढ़, झारखण्ड और राजस्थान।
✓ इन राज्यों के चयन का आधार राज्यों में सिंचाई का संजाल है तथा ये राज्य इस मामले में सबसे पिछड़े हुए हैं। इन नौ राज्यों में झारखण्ड में सिंचाई की कवरेज सबसे कम मात्र 5.6% है।
✓ इस परियोजना पर कुल होने वाला अनुमानित खर्च 2142.30 करोड़ रुपए है जिसमें से केन्द्र 889 करोड़ रुपए तथा 182 करोड़ रुपए सम्बन्धित राज्य सरकारों द्वारा प्रदान किया जायेगा। शेष 50% के लिए विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषण किया जायेगा।
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