- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई)- एक अवलोकन
1. पृ़ष्ठभूमि:-
· देश के ग्रामीण कृषि और गैर-कृषि उपभोक्ताओं (घरेलू और गैर-घरेलू भार) को आमतौर पर स्थानीय वितरण नेटवर्क से सेवाएं मिलती हैं। देश के अनेक ग्रामीण इलाकों को बिजली की अपर्याप्त आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है, परिणामस्वरूप वितरण सेवाओं को लोड शेडिंग करने के लिए बाध्य होना पड़ता है जिसके कारण कृषि और गैर-कृषि उपभोक्ताओं के लिए बिजली की आपूर्ति प्रभावित होती है।
· देश के ग्रामीण कृषि और गैर-कृषि उपभोक्ताओं (घरेलू और गैर-घरेलू भार) को आमतौर पर स्थानीय वितरण नेटवर्क से सेवाएं मिलती हैं। देश के अनेक ग्रामीण इलाकों को बिजली की अपर्याप्त आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है, परिणामस्वरूप वितरण सेवाओं को लोड शेडिंग करने के लिए बाध्य होना पड़ता है जिसके कारण कृषि और गैर-कृषि उपभोक्ताओं के लिए बिजली की आपूर्ति प्रभावित होती है।
· ग्रामीण इलाकों में उपभोक्ताओं के बदलते आधार, जीवन स्तर में सुधार के कारण बिजली की मांग दिन-पर-दिन बढ़ती जा रही है जिसके कारण नियमित रूप से ग्रामीण बुनियादी ढांचे में वृद्धि किये जाने की आवश्यकता है।
· वितरण कम्पनियों की वित्तीय हालत खराब होने के कारण वितरण नेटवर्क में निवेश कम हुआ है। परिणामस्वरूप विश्वसनीयता और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आपूर्ति-वितरण नेटवर्क को मजबूत बनाना जरूरी है।
· बिजली वितरण की व्यावसायिक व्यावहारिकता में सुधार के लिए उपभोक्ताओं की सभी श्रेणियों की मीटरिंग करने की जरूरत है।
2. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई)
उपरोक्त समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विद्युत मंत्रालय ने निम्नलिखित उद्देश्यों से ग्रामीण इलाकों में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना शुरू की:
i. सभी गांवों का विद्युतीकरण करना
ii. किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए फीडर सेपरेशन और अन्य उपभोक्ताओं को नियमित आपूर्ति
iii. आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बेहतर बनाने के लिए सब-ट्रांसमीशन और वितरण नेटवर्क में सुधार
iv. नुकसान कम करने के लिए मीटरिंग
3. योजना से लाभ
· सभी गांवों और घरों को बिजली मिलेगी।
· कृषि पैदावार में बढ़ोत्तरी होगी।
· लघु और घरेलू उद्यमों का कारोबार बढ़ेगा जिसके परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
· स्वास्थ्य, शिक्षा, बैंकिंग (एटीएम) सेवाओं में सुधार।
· रेडियो, टेलीफोन, टेलीविजन, इंटरनेट और मोबाइल आदि तक पहुंच में सुधार।
· बिजली की उपलब्धता के कारण सामाजिक सुरक्षा बेहतर होगी।
· स्कूलों, पंचायतों, अस्पतालों और थानों आदि में बिजली की पहुंच।
· ग्रामीण इलाकों के समग्र विकास के अधिक अवसर मिलेंगे।
- इस योजना के कार्यान्वयन से कृषि उत्पादकता में सुधार होगा और सभी घरों को बिजली मिल सकेग
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